डॉ. रामबली मिश्र
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नियम एक हो
नियम एक हो (तिकोनिया छंद)
नियम एक हो,
समरसता हो।
इकमतता हो।।
शिव शिवत्व हो।,
प्रिय व्यक्तित्व हो।
मधुर सत्व हो।।
बच विरोध से,
मुक्त क्रोध से।
लगो शोध से ।।
त्याग करोगे,
सुखी रहोगे।
स्वच्छ बनोगे।।
दंभ मिटाओ,
हरिगुण गाओ।
धाम बनाओ।।
Mahendra Bhatt
16-Dec-2022 05:53 PM
शानदार
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Sachin dev
08-Dec-2022 05:54 PM
बहुत खूब
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Mahendra Bhatt
16-Dec-2022 05:53 PM
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Sachin dev
08-Dec-2022 05:54 PM
बहुत खूब
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